
ड्यूटी के वक्त नियमों के विरुध जाकर लंबी दाढ़ी रखने के मामले में हुए विवाद की ख़बरे पहले भी सामने आई है, वहीं अब इस तरह का एक और मामला सामने आया है जहां लंबी दाढ़ी रखने के चलते एक एसपी को निलंबित कर दिया गया। ख़बर UP के बागपत से है, यहां जनपद के रामाला थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर इंतसार अली (Intsar Ali) को बिना अनुमति लंबी दाढ़ी रखने के आरोप में निलंबित कर उन्हें पुलिस लाइन भेज दिया गया है। इस ख़बर के आते ही सोशल मीडिया पर लोगो की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आने लगी।
क्यों की गई Intsar Ali पर कार्रवाई ?
रिपोर्ट के मुताबिक इंतसार अली को दाढ़ी कटवाने की चेतावनी कई बार दी गई थी और उन्हें दाढ़ी रखने के लिए अनुमति लेने को भी कहा था लेकिन अलि ने इसकी अनदेखी की और पुलिस अधिक्षक ने उन्हें सस्पेंड कर दिया। इस मामले में SP अभिषेक सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि इंतसार अली विभाग की अनुमति के बिना चेहरे पर दाढ़ी रख रहे थे इसके लिए उन्हें 3 बार चेतावनी दी गई पर उनकी अनुशासनहीनता के चलते उन पर यह कार्रवाई की गई।
SP अभिषेक सिंह ने यह भी बताया की पुलिस मोनुअल के अनुसार दाढ़ी रखने की अनुमति सिर्फ सिखों को है जबकि पुलिसकर्मी विभाग में तैनात रहते हुए दाढ़ी नहीं रख सकते है। इस दिशा-निर्देशों मे कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक सभी आते हैं। वहीं यदि कोई पुलिसकर्मी दाढ़ी रखना चाहता है तो इसकी अनुमति लेनी होगी।
Intsar Ali ने उठाए सवाल :
सहारनपुर के रहने वाले इंतसार अली UP Police में SI के पद पर भर्ती हुए थे और पिछले तीन वर्षों से वह बागपत जिले में कार्यरत थे। इस मामले में इंतसार अली ने The Print से बातचीत करते हुए बताया कि ”मैंने नवंबर 2019 में दाढ़ी रखने की अनुमति के लिए पत्र लिखा था। अलि ने कहा कि वो पिछले 25 सालों से यूपी पुलिस की सेवा कर रहे हैं और अब तक किसी ने मुझे दाढ़ी रखने से नहीं रोका था।
इंतसार अली ये स्वीकार करते हैं कि उनके सीनियर्स ने पिछले साल से उन्हें कई बार दाढ़ी कटवानें को कहा। लेकिन इसपर वो कहते हैं कि “मैं 1994 में एक कांस्टेबल के रूप में शामिल हुआ था; उस समय, मेरी दाढ़ी हल्की थी, लेकिन पिछले कछ वर्षों में, मुझे हमेशा इस लंबाई की दाढ़ी मिली है”। उन्होंने बताया की “मैं पिछले साल छुट्टी मांगने गया था और उस समय SP प्रताप गोपेंद्र यादव ने मुझसे मेरी दाढ़ी को लेकर सवाल किया था। इतने सालों की सेवा में, मैंने अन्य स्थानों पर भी पोस्टिंग की है, लेकिन किसी ने मुझे कभी नहीं रोका। मैंने अनुमति के लिए एक पत्र भी दिया था, लेकिन मुझे अभी भी यह नहीं मिला।”
- – अंकुर मौर्या